नेत्र दान सहित अंगदान कर अमर हुए ओम प्रकाश गर्ग

मन समर्पित, तन समर्पित,

और यह जीवन समर्पित।

चाहता हूँ देश की धरती, तुझे कुछ और भी दूँ !

ये केवल शाखा की प्रार्थना में गाया नहीं जाता, निभाया भी जाता है.….पुनः एक बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक, विश्व हिंदू परिषद की केंद्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रहे दधीचि तुल्य पूज्य ओमप्रकाश गर्ग जी के पूज्य चरणों में नमन वन्दन ! आप सदैव स्मृति में रहेंगे !

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