इंदिरा गांधी ने 7 नवंबर 1966 को गोपाष्टमी के दिन निहत्थे साधु-संतों पर चलवाई थीं गोलियां

इंदिरा गाँधी की सरकार ने निहत्थे साधु-संतों के नेतृत्व में गौ हत्या पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की लोकतान्त्रिक तरीके से माँग कर रहे 3 से 7 लाख की भीड़ पर गोली चलवाई, आँसू गैस के गोले छोड़े, लाठियाँ बरसवाईं।

सरकारी आँकड़े जहाँ महज़ 7 या 8 लोगों के मारे जाने की बात स्वीकारते हैं (और 500 से अधिक लोगों के अस्पताल में भर्ती होने की बात अगले ही दिन एक अखबार में छपी थी)। प्रसिद्ध चिंतक एवं समाजसेवी केएन गोविंदाचार्य इस आँकड़े को 200 से ज्यादा बताते हैं। कुछ संगठनों का दावा है कि असल में 5000 से अधिक लोगों ने जान गँवाई थी और उन्हें बिना निशान की कब्रों में सरकार ने दफन करा दिया।

“इंदिरा गांधी ने 7 नवंबर 1966 को गोपाष्टमी के दिन निहत्थे साधु-संतों पर चलवाई थीं गोलियां” पर एक विचार

  1. … और इस सबके बावजूद आज भी इनमें खुद को हिंदू कहने की जद्दोजहद चल रही है धिक्कार है , धिक्कार है…!!
    फर्जी नेहरू, फर्जी गांधी परिवार को और समूची कांग्रेस को धिक्कार है , धिक्कार है…!!

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