1984 में सिख विरोधी दंगे

सारांश:

31 अक्टूबर 1984 को भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी की नई दिल्ली के सफदरजंग रोड स्थित उनके आवास पर हत्या कर दी गई थी। उनकी हत्या उनके अंगरक्षकों सतवंत सिंह और बेअंत सिंह ने की थी जो सिख समुदाय से थे। यह हत्या ऑपरेशन ब्लू स्टार की प्रतिक्रिया में की गई थी, जिसे प्रधानमंत्री द्वारा आदेश दिया गया था और जिसमें सिखों के सबसे पवित्र तीर्थस्थल श्री हरमंदिर साहिब पर सिख आतंकवादियों को बाहर निकालने के लिए सरकारी बलों द्वारा हमला किया गया था। ऑपरेशन ने सिख भावनाओं को भयानक चोट पहुंचाई, जिसने प्रधान मंत्री की हत्या के लिए उकसावे के रूप में कार्य किया।

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विभाजन, आतंकवाद के दौरान राहत कार्य में सक्रिय रहा संघ

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इंदिरा गांधी ने 7 नवंबर 1966 को गोपाष्टमी के दिन निहत्थे साधु-संतों पर चलवाई थीं गोलियां

इंदिरा गाँधी की सरकार ने निहत्थे साधु-संतों के नेतृत्व में गौ हत्या पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की लोकतान्त्रिक तरीके से माँग कर रहे 3 से 7 लाख की भीड़ पर गोली चलवाई, आँसू गैस के गोले छोड़े, लाठियाँ बरसवाईं।

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