संघ का मंत्र सामाजिक, तंत्र अपना – लीलाधर

कानपुर। समाज में हम परमपरागत उत्सव मनाते हैं जबकि संघ के उत्सव समाज में मनाए जाने वाले है। संघ का मंत्र सामाजिक है और तंत्र अपना है। हिन्दू समाज में भूलने की प्रवृत्ति है, वह कष्ट और कष्ट के कारणों को भूल जाता है इसलिए विरोध भी नहीं करता है। बार-बार उत्सव मनाने का कारण लोगों को स्मरण कराना है।

उक्त विचार सेवा भारती के प्रान्तीय कोषाध्यक्ष लीलाधर जी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ केशव नगर कानपुर दक्षिण द्वारा गुलमोहर स्कूल के सामने स्थित तुलसी शाखा पार्क केशव नगर में आयोजित शरद पूर्णिमा उत्सव में व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि समाज विरोधी गतिविधियां गली मोहल्लों में चल रही है जिसका प्रतिकार सज्जन शक्ति नहीं करती। मातृशक्ति इसकी चिन्ता करे कि पूरा परिवार स्वयंसेवक बने। घर-घर शाखा लगे और हर घर संघमय हो तभी राष्ट्र विरोधी शक्तियों का खात्मा होगा। शिक्षाविद एवं समाजसेवी बृजराज गुप्ता ने अध्यक्षता करते हुए शरद पूर्णिमा के महत्व पर विस्तार से चर्चा की।

हनुमान मन्दिर जूही डिपो के धर्माचार्य श्रीश्री मधुर जी महाराज विशेष अतिथि थे। इस अवसर पर अतुल शुक्ला, राजेन्द्र अवस्थी, अशोक निगम ने वीर रस से ओत प्रोत कविताएं सुनायी। संचालन सह नगर कार्यवाह संस्कार शुक्ला ने किया। इस मौके पर सह विभाग कार्यवाह अंकुर दीक्षित, सह भाग कार्यवाह सुशील अवस्थी, नगर संघ चालक प्रबल प्रताप सिंह, कौशल किशोर दीक्षित, आर्यन श्रीवास्तव, धनराज सिंह चौहान, प्रकर्ष, उत्कर्ष, विष्णु, अभिषेक सिंह, अजय, रजनीकान्त, योगेन्द्र सचान आदि स्वयंसेवक उपस्थित रहे। सभी ने अमृतमयी खीर का प्रसाद ग्रहण किया।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *