तेलंगाना के अम्मापाली क्षेत्र में भगवान श्रीराम और माता जानकी को समर्पित एक अद्वितीय मंदिर अवस्थित है. इस अति प्राचीन मंदिर का निर्माण वेंगी के शासकों द्वारा 13वीं शताब्दी में करवाया गया था. मंदिर में स्थित प्रतिमा 1000 वर्ष से भी अधिक प्राचीन मानी जाती है. श्री राम जी के अन्य मंदिरों से भिन्न यहाँ भगवान हनुमान की प्रतिमा गर्भ गृह के बाहर ध्वज स्तंभ के समीप गर्भगृह की दिशा में मुख किए हुए है. ऐसा विश्वास है कि यहाँ भगवान से की गई सभी विनती एवं मांगों को प्रभु श्रीराम ने हनुमान जी को पूर्ण करने का दायित्व दिया है. मेरी संस्कृति ..मेरा देश ..मेरा अभिमान.
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