नागपुर, 05 अक्तूबर. राष्ट्र सेविका समिति की प्रमुख संचालिका वी. शांताकुमारी जी ने कहा कि महिलाओं के प्रति दुर्व्यवहार और अमानवीय अपराधों की घटनाएँ बढ़ रही हैं, उसके लिए व्यक्तिगत और सामाजिक स्तर पर काम करना होगा. उन्होंने कड़े कानून और त्वरित निर्णय की प्रक्रिया के साथ ही समाज जागरण की आवश्यकता पर भी बल दिया.
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नित्य शाखा से ही समाज के लिए योग्य व्यक्ति निर्मित होंगे – डॉ. मोहन भागवत जी
सरसंघचालक जी ने प्यारेराम प्राचीन मंदिर के किए दर्शन, स्वयंसेवकों के साथ आंवला, बिल्वपत्र, पीपल आदि के 51 पौधों का किया रोपण
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संघ केवल संगठन मात्र नहीं, अपितु भारत के नवोत्थान का अभियान है : दत्तात्रेय होसबाले जी
जैसलमेर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले जी ने जैसलमेर प्रवास के दौरान बुधवार को शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में बलिदानी पूनम सिंह की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया. तत्पश्चात नगर एकत्रीकरण में स्वयंसेवकों के प्रबोधन में कहा कि संघ केवल एक संगठन मात्र नहीं है, अपितु भारत के नवोत्थान एवं सर्वप्रकार के पुनरोदय का महाभियान है. राष्ट्र जीवन का महत्वपूर्ण आंदोलन है. सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश केटी थॉमस ने संघ को परिभाषित करते हुए कहा है – संघ ही भारत में लोकतंत्र की सुरक्षा और सुरक्षा की गारंटी है. सेना और पुलिस के समान संघ देश का सुरक्षा कवच है. सर्वोच्च न्यायालय न्यायाधीश रहे श्री थॉमस के शब्दों से संघ की भूमिका को आसानी से समझा जा सकता है.
वनवासी कल्याण आश्रम के अखिल भारतीय कार्यकर्ता सम्मेलन ‘समवेत – 2024’ का हुआ शुभारंभ
समालखा. जनजाति समाज के सर्वांगीण विकास के लिए प्रयासरत अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा आयोजित तीन दिवसीय कार्यकर्ता सम्मेलन का उद्घाटन 20 सितंबर को हरियाणा के सेवा साधना एवं ग्राम विकास केंद्र, समालखा में गुजरात के प्रसिद्ध भागवत कथाकार पूज्य रमेशभाई ओझा के करकमलों से हुआ.
धर्म का ज्ञान वेदों से आता है क्योंकि वेदों का मूल सत्य में है- पूजनीय सरसंघचालक जी
हमें छुआछूत के भाव को पूरी तरह मिटा देना है : डॉ. मोहन भागवत
अलवर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि हम अपने धर्म को भूलकर स्वार्थ के अधीन हो गए, इसलिए छुआछूत चला. ऊंच-नीच का भाव बढ़ा, हमें इस भाव को पूरी तरह मिटा देना है. जहां संघ का काम प्रभावी है. संघ की शक्ति है, वहां कम से कम मंदिर, पानी, शमशान सब हिन्दुओं के लिए खुले होंगे, यह काम समाज का मन बदलते हुए करना है. सामाजिक समरसता के माध्यम से परिवर्तन लाना है. उन्होंने स्वयंसेवकों से सामाजिक समरसता, पर्यावरण, कुटुम्ब प्रबोधन, स्व का भाव और नागरिक अनुशासन इन पांच विषयों को अपने जीवन में उतारने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि जब इन बातों को स्वयंसेवक अपने जीवन में उतारेंगे, तब समाज भी इनका अनुसरण करेगा.
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डॉ. मोहन भागवत ने धरमपेठ महिला स्टेट को-ऑपरेटिव सोसायटी सभागार में श्री गुरुजी के तैलचित्र का किया अनावरण
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि पूज्य गुरुजी के सारे काम धर्म के विश्लेषण से चलते थे, संघ का काम भी उसी प्रकार से चलता है. अपना समाज संगठित ही रहना चाहिये. आपसी सहयोग से हमें समर्थ होना पड़ेगा और समाज को भी समर्थ बनाना पड़ेगा. हम जो कुछ करते हैं, वह धर्म है. उसे निष्ठा और प्रामाणिकता से स्वीकारना होगा.
आरएसएस, कार्यकर्ता विकास वर्ग – द्वितीय समापन समारोह, नागपुर, लाइव
कार्यकर्ता विकास वर्ग – द्वितीय समापन समारोह आशीर्वचन – प्रमुख अतिथि महंत गुरूवर्य श्री रामगिरी जी महाराज , पीठाधीश श्री क्षेत्र गोदावरी धाम, बेट सराला, जिला छत्रपती संभाजीनगर उद्बोधन – प.पू. सरसंघचालक मा.डॉ. मोहन जी भागवत दिनांक : सोमवार 10 जून, 2024 समय : सायम् 6.30 बजे नागपुर #rssvideos #rssorg #RSSVarg_2 #nagpur #mohanbhagwat #vsknagpur #rss #कार्यकर्ता_विकास_वर्ग_द्वितीय #समापन_समारोह
आज मीडिया का स्वरूप भले ही बदल रहा है लेकिन यह हम सबके जीवन का एक हिस्सा बना हुआ है : सुनील आंबेकर
आज मीडिया का स्वरूप भले ही बदल रहा है लेकिन यह हम सबके जीवन का एक हिस्सा बना हुआ है : सुनील आंबेकर
आरएसएस नाम उपयोग करने का मामला – उच्च न्यायालय का एफआईआर रद्द करने से इंकार, जनार्दन मून की याचिका खारिज
नागपुर. जनार्दन मून और पाशा नामक स्वयंघोषित एक्टिविस्ट द्वारा विगत दिनों नागपुर सिविल लाईन्स स्थित प्रेस क्लब में पत्रकार परिषद में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ नाम का उपयोग करते हुए मनगढ़ंत दावे किए थे. समाज तथा स्वयंसेवकों में संभ्रम निर्माण करने के कृत्य को लेकर चुनाव आयोग में शिकायत के साथ ही, सीताबर्डी पुलिस थाने में उपरोक्त व्यक्तियों के खिलाफ अपराध दर्ज करवाया था. इस आपराधिक मामले को निरस्त करवाने के उद्देश्य से दोनों ने मुंबई उच्च न्यायालय की नागपुर खंडपीठ में याचिका दायर की थी. न्यायमूर्ति विनय जोशी और न्यायमूर्ति वृषाली जोशी की खंडपीठ ने जनार्दन मून की याचिका खारिज कर दी.
