देशभक्ति और देवभक्ति अलग-अलग नहीं – डॉ. मोहन भागवत जी

नागपुर, १० सितम्बर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि देवभक्ति और देशभक्ति, यह दो शब्द भले ही अलग दिखते हों, लेकिन हमारे देश में यह शब्द अलग नहीं है। जो वास्तविक देवभक्ति करेगा, वह देश की भी भक्ति करेगा। और जो प्रामाणिकता से देशभक्ति करेगा, उससे भगवान देवभक्ति भी करवा लेंगे। यह तर्क नहीं है, अनुभव की बात है। सरसंघचालक जी आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा नागपुर के मानकापुर क्रीडा स्टेडियम में आयोजित सोमनाथ ज्योतिर्लिंग महारुद्र पूजा के अवसर पर संबोधित कर रहे थे। इस दौरान मंच पर आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर जी भी उपस्थित थे।

पढ़ना जारी रखें “देशभक्ति और देवभक्ति अलग-अलग नहीं – डॉ. मोहन भागवत जी”

100 वर्ष की संघ यात्रा – नए क्षितिज : तृतीय दिवस

100 वर्ष की संघ यात्रा – नए क्षितिज : तृतीय दिवस

अंतरराष्ट्रीय व्यापार केवल स्वेच्छा से होना चाहिए, दबाव में नहीं – डॉ. मोहन भागवत जी

संघ का कार्य शुद्ध सात्त्विक प्रेम और समाजनिष्ठा पर आधारित है – सरसंघचालक जी

तीन दिवसीय व्याख्यानमाला ‘100 वर्ष की संघ यात्रा – नए क्षितिज’ का दूसरा दिन

पढ़ना जारी रखें “अंतरराष्ट्रीय व्यापार केवल स्वेच्छा से होना चाहिए, दबाव में नहीं – डॉ. मोहन भागवत जी”

संघ का निर्माण भारत को केंद्र में रखकर हुआ है और इसकी सार्थकता भारत के विश्वगुरु बनने में है – डॉ. मोहन भागवत जी

नई दिल्ली, 26 अगस्त. संघ शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित तीन दिवसीय व्याख्यानमाला के प्रथम दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि संघ का निर्माण भारत को केंद्र में रखकर हुआ है और इसकी सार्थकता भारत के विश्वगुरु बनने में है। संघ कार्य की प्रेरणा संघ प्रार्थना के अंत में कहे जाने वाले “भारत माता की जय” से मिलती है। संघ के उत्थान की प्रक्रिया धीमी और लंबी रही है, जो आज भी निरंतर जारी है।

पढ़ना जारी रखें “संघ का निर्माण भारत को केंद्र में रखकर हुआ है और इसकी सार्थकता भारत के विश्वगुरु बनने में है – डॉ. मोहन भागवत जी”

भारतीय कृषि पद्धति और देशी गोवंश पालन से आत्मनिर्भरता हासिल होगी – डॉ. मोहन भागवत जी

छत्रपति संभाजीनगर, 23 अगस्त 2025। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि भारतीय खेती में आधुनिक तकनीक का उचित उपयोग करने के साथ ही पशुपालन सहित मिश्र कृषि अपनाने से किसानों को अधिक लाभ होगा। वैश्विक स्तर पर मौजूद अनिश्चितताओं और चुनौतियों को देखते हुए कृषि क्षेत्र में आत्मनिर्भर होना अत्यावश्यक है। सरसंघचालक जी ज्येष्ठ पशुवैद्य प्रतिष्ठान के 28वें स्थापना दिवस के अवसर पर छत्रपति संभाजीनगर स्थित तापड़िया नाट्य मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे।

पढ़ना जारी रखें “भारतीय कृषि पद्धति और देशी गोवंश पालन से आत्मनिर्भरता हासिल होगी – डॉ. मोहन भागवत जी”

भारत विश्व का कल्याण चाहने वाला देश है – डॉ. मोहन भागवत जी

सीकर, 12 अगस्त। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि भारत दुनिया में धर्म देने वाला और विश्व का कल्याण चाहने वाला देश है। यहां वेदों में सभी शास्त्र निहित हैं, ऋषियों की तपस्या से राष्ट्र में बल और ओज का संचार हुआ है।

पढ़ना जारी रखें “भारत विश्व का कल्याण चाहने वाला देश है – डॉ. मोहन भागवत जी”

शताब्दी वर्ष के निमित्त समाज की प्रमुख हस्तियों से संवाद करेगा संघ : सुनील आंबेकर

26, 27, 28 अगस्त को विज्ञान भवन में तीन दिवसीय व्याख्यानमाला

देश के चार महानगरों सहित 1000 से अधिक स्थानों पर गोष्ठियों का होगा आयोजन

पढ़ना जारी रखें “शताब्दी वर्ष के निमित्त समाज की प्रमुख हस्तियों से संवाद करेगा संघ : सुनील आंबेकर”

संस्कृत को राजाश्रय के साथ ही जनाश्रय भी मिले – डॉ. मोहन भागवत जी

आत्मनिर्भर भारत के लिए अपने ‘स्व’ को समझना होगा

नागपुर (01 अगस्त, 2025)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियाँ और देश का नेतृत्व हमें बता रहे हैं कि भारत को अब आत्मनिर्भर बनना चाहिए। हमें अपने बल पर प्रगति करनी होगी। सभी प्रकार के बल में वृद्धि होनी चाहिए। यदि हमें आत्मनिर्भर बनना है, तो हमें अपने स्व को पूरी तरह से समझना होगा।

पढ़ना जारी रखें “संस्कृत को राजाश्रय के साथ ही जनाश्रय भी मिले – डॉ. मोहन भागवत जी”

बीएमएस का 70 वर्ष पूर्ण होना आत्म-अवलोकन का भी अवसर है : डॉ. मोहन भागवत

नई दिल्ली. भारतीय मज़दूर संघ (BMS) ने अपने 70 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में वर्षभर चले आयोजनों की श्रृंखला का भव्य समापन समारोह 23 जुलाई 2025 को नई दिल्ली के के.डी. जाधव कुश्ती हॉल, इंदिरा गांधी स्टेडियम में आयोजित किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, विशिष्ठ अतिथि के रूप में केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडविया एवं अध्यक्षता बीएमएस अध्यक्ष हिरानमय पांडेय द्वारा की गई।

पढ़ना जारी रखें “बीएमएस का 70 वर्ष पूर्ण होना आत्म-अवलोकन का भी अवसर है : डॉ. मोहन भागवत”

सरसंघचालक जी ने जानी शून्य से विश्व बनाने वाली कर्तृत्ववान महिलाओं की कहानी

सोलापुर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने गुरुवार को उद्योगवर्धिनी संस्था का सद्भावना दौरा किया। इस दौरान उन्होंने संस्था के कार्यों की जानकारी ली और महिला सशक्तिकरण के प्रकल्प की सराहना की। उन्होंने उद्योगवर्धिनी की उन कर्मठ महिलाओं की सफलता की कहानी जानी, जिन्होंने शून्य से अपना संसार खड़ा किया है।

पढ़ना जारी रखें “सरसंघचालक जी ने जानी शून्य से विश्व बनाने वाली कर्तृत्ववान महिलाओं की कहानी”